आपकी और मेरी बात - "गुफ्तगू"
स्वागतम
आपका हमारे ब्लॉग पर स्वागत,
आपके सुझाव और सानिध्य की प्रतीक्षा मे
लिखिए अपनी भाषा में
रविवार, 3 जून 2012
आपकी और मेरी बात - "गुफ्तगू": एक नए परिनिर्वाण के लिए...
आपकी और मेरी बात - "गुफ्तगू": एक नए परिनिर्वाण के लिए...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
मेरे बारे में
Unknown
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
सदस्यता लें
संदेश
Atom
संदेश
टिप्पणियाँ
Atom
टिप्पणियाँ
Facebook Badge
Shilpi Manjari
Create Your Badge
फ़ॉलोअर
लोकप्रिय पोस्ट
हे मन!
अजीब उलझनों मे घिर जाता है मन किसी सवाल का जब जवाब ढूंढ़ नहीं पाता... उलझता चला जाता है वो स्वं मे ही, बहुत भीतर गहराई तक खोज पाने को जवाब.....
प्रश्न : आस्था - विश्वास का
आस्था-विश्वास या हो स्वयं प्रश्न तुम, कभी सोचा तुमने क्यों मौन सी तुम, प्रस्तर कभी, प्रतिमा कभी बन सी जाती हो, क्यों नहीं उस प्रस्तर की प्...
पहल आपसे हो ...
कभी-कभी यूं ही एक मुस्कुराता सा चेहरा; मेरी आँखों मे तैर जाता है, अपनी प्यारी सी हंसी से, मुझे सुकून पंहुचा जाता है, मगर जब कभी भी उस हंसी क...
निज कुर्बानी...
चाहती है फिर लहू भारत के नव निर्माण मे, मांगती है यह लहर भारत के नव उत्कर्ष पर... ले चलो हमको बना दो, धधकती ज्वाला के सम बहुत जल ...
मोहब्बत - अपनों की
क्या हो गर छोड़ के दुनिया भी कुछ हासिल न हो, बाद मुद्दत के भी अपनों की चाहतें नासिर न हो, मोहब्बत बड़ी चीज़ है, जानते है सब ही, फर्क इतना है...
अभीप्सा
"बड़े गौर से चाहती हूँ सोचना तुझे, मगर तू है, कि दूर मेरी चाहतो मे शामिल है!!" अभीप्सा है कुछ कर पाने की कुछ कह जाने की अपनाने की,...
नया जहान ढूंढ ही लूंगी
चलना चाहते हो मेरे संग तो बन आकाश चलो मैं धरती बन कर कहीं तो तुम्हे छू ही लूंगी दूर रह कर भी दिलो में हो प्यार सा सह...
एक नए परिनिर्वाण के लिए...
जिन्दगी के पलड़े मे कई बार सुख और दुःख के बीच फैसला करने मे जब खुद को कमजोर पाते हैं, हम मौको से नहीं अंतरआत्मा से पूछ आते हैं... कुछ समझ ...
अंतर्व्यथा : मार्मिक मन की...
उठते-बैठते पल-प्रतिपल जब हर बात में, देने लगें अपने ही ताने, तब छलनी हो उठता है मार्मिक मन... छोटी-छोटी प्यारी-प्यारी मधुर म...
मुस्कराहट को जगा दे!!
अंत हो जाना मन के सारे रुदन का, पिछले पहर ज्यू छिपा हो सूरज और बाकी हो उसकी लालिमा, याद दिलाती हो समझने को जो त...
कुल पेज दृश्य
ब्लॉग आर्काइव
▼
2012
(11)
►
अगस्त
(1)
►
जुलाई
(2)
▼
जून
(1)
आपकी और मेरी बात - "गुफ्तगू": एक नए परिनिर्वाण के ...
►
मई
(2)
►
मार्च
(1)
►
फ़रवरी
(3)
►
जनवरी
(1)
►
2011
(13)
►
नवंबर
(1)
►
अगस्त
(6)
►
जुलाई
(5)
►
मई
(1)
►
2010
(16)
►
दिसंबर
(1)
►
नवंबर
(2)
►
अक्तूबर
(2)
►
सितंबर
(1)
►
जुलाई
(6)
►
जून
(1)
►
मार्च
(3)
►
2009
(1)
►
अगस्त
(1)
Feedjit
Feedjit Live Blog Stats
मेरी ब्लॉग सूची
Blogger
द्वारा संचालित.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें