आपकी और मेरी बात - "गुफ्तगू"
स्वागतम
आपका हमारे ब्लॉग पर स्वागत,
आपके सुझाव और सानिध्य की प्रतीक्षा मे
लिखिए अपनी भाषा में
बुधवार, 28 जुलाई 2010
पापा का ब्लॉग
पापा का ब्लॉग एक बार अवश्य आइये!
मेरे गुरु, मेरे सृजक, मेरी हर धारणा का आधार
http://pragyan-vigyan.blogspot.com/
3 टिप्पणियां:
निर्मला कपिला
ने कहा…
जरूर देखते हैं। शुभकामनायें
28 जुलाई 2010 को 3:09 am बजे
बेनामी ने कहा…
Really cool yar.....
10 सितंबर 2010 को 6:19 am बजे
Saurabh Pandey
ने कहा…
really cool yar. i like it......
10 सितंबर 2010 को 6:20 am बजे
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
मेरे बारे में
Manjari
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
सदस्यता लें
संदेश
Atom
संदेश
टिप्पणियाँ
Atom
टिप्पणियाँ
Facebook Badge
Shilpi Manjari
Create Your Badge
फ़ॉलोअर
लोकप्रिय पोस्ट
हे मन!
अजीब उलझनों मे घिर जाता है मन किसी सवाल का जब जवाब ढूंढ़ नहीं पाता... उलझता चला जाता है वो स्वं मे ही, बहुत भीतर गहराई तक खोज पाने को जवाब.....
प्रश्न : आस्था - विश्वास का
आस्था-विश्वास या हो स्वयं प्रश्न तुम, कभी सोचा तुमने क्यों मौन सी तुम, प्रस्तर कभी, प्रतिमा कभी बन सी जाती हो, क्यों नहीं उस प्रस्तर की प्...
पहल आपसे हो ...
कभी-कभी यूं ही एक मुस्कुराता सा चेहरा; मेरी आँखों मे तैर जाता है, अपनी प्यारी सी हंसी से, मुझे सुकून पंहुचा जाता है, मगर जब कभी भी उस हंसी क...
निज कुर्बानी...
चाहती है फिर लहू भारत के नव निर्माण मे, मांगती है यह लहर भारत के नव उत्कर्ष पर... ले चलो हमको बना दो, धधकती ज्वाला के सम बहुत जल ...
मोहब्बत - अपनों की
क्या हो गर छोड़ के दुनिया भी कुछ हासिल न हो, बाद मुद्दत के भी अपनों की चाहतें नासिर न हो, मोहब्बत बड़ी चीज़ है, जानते है सब ही, फर्क इतना है...
अभीप्सा
"बड़े गौर से चाहती हूँ सोचना तुझे, मगर तू है, कि दूर मेरी चाहतो मे शामिल है!!" अभीप्सा है कुछ कर पाने की कुछ कह जाने की अपनाने की,...
नया जहान ढूंढ ही लूंगी
चलना चाहते हो मेरे संग तो बन आकाश चलो मैं धरती बन कर कहीं तो तुम्हे छू ही लूंगी दूर रह कर भी दिलो में हो प्यार सा सह...
एक नए परिनिर्वाण के लिए...
जिन्दगी के पलड़े मे कई बार सुख और दुःख के बीच फैसला करने मे जब खुद को कमजोर पाते हैं, हम मौको से नहीं अंतरआत्मा से पूछ आते हैं... कुछ समझ ...
दिल के फैसले अक्सर हमें कम रास आए हैं..!!
बड़े अनजान मौसम में, बहुत बेरंग लम्हों में. बिना आहट बिना दस्तक बहुत मासूम सा सपना उतर आया है आँखों में, बिना सोचे बिना समझे. कहा है दिल ने...
अंतर्व्यथा : मार्मिक मन की...
उठते-बैठते पल-प्रतिपल जब हर बात में, देने लगें अपने ही ताने, तब छलनी हो उठता है मार्मिक मन... छोटी-छोटी प्यारी-प्यारी मधुर म...
कुल पेज दृश्य
ब्लॉग आर्काइव
►
2012
(11)
►
अगस्त
(1)
►
जुलाई
(2)
►
जून
(1)
►
मई
(2)
►
मार्च
(1)
►
फ़रवरी
(3)
►
जनवरी
(1)
►
2011
(13)
►
नवंबर
(1)
►
अगस्त
(6)
►
जुलाई
(5)
►
मई
(1)
▼
2010
(16)
►
दिसंबर
(1)
►
नवंबर
(2)
►
अक्टूबर
(2)
►
सितंबर
(1)
▼
जुलाई
(6)
पापा का ब्लॉग
गांधारी
खुशियाँ समेट
तेरा साथ
प्यार की माटी
मोहब्बत - अपनों की
►
जून
(1)
►
मार्च
(3)
►
2009
(1)
►
अगस्त
(1)
Feedjit
Feedjit Live Blog Stats
मेरी ब्लॉग सूची
Blogger
द्वारा संचालित.
3 टिप्पणियां:
जरूर देखते हैं। शुभकामनायें
Really cool yar.....
really cool yar. i like it......
एक टिप्पणी भेजें